जिप्सी कहां से आए?
जिप्सी (Gypsies) एक प्रकार के खानाबदोश लोग हैं, जो कबीलों के रूप में एक स्थान से दूसरे स्थान तक घुमते रहते हैं. वे स्थायी रूप से कहीं नहीं ठहरते. ये संसार के सभी देशों में पाए जाते हैं. इनके कबीले आमतौर पर घोड़ा-गाड़ियों या बैल-गाड़ियों द्वारा यात्रा करते हैं. इनकी कोई राष्ट्रीयता नहीं होती है.
इनकी उत्पत्ति के विषय में निश्चयपूर्वक कोई नहीं जानता, लेकिन अधिकतर लोगों का यह विचार है कि इनकी उत्पत्ति भारतवर्ष में हई हैं. 10वीं शताब्दी में कुछ कारणों से बहुत से कबीले भारत छोड़कर फारस (Persia) चले गए थे. वहां ये कबीले दो भागों में बंट गए एक भाग तो मिस्र और उत्तरी अफ्रीका होता हआ उत्तर पश्चिम की ओर चला गया और दूसरा समह उत्तर दिशा की ओर चलता हुआ 15वी. और 16वीं शताब्दी में यूरोप के देशों में पहुंचा. 16वीं शताब्दी में ये लोग इंग्लैण्ड पहुंचे. इंग्लैण्ड के लोगों ने सोचा कि ये लोग ईजिप्ट (मिस्र) से आए हैं, इसलिए इन्हें जिप्सी कहना शुरू कर दिया. जिप्सी शब्द की उत्पत्ति ईजिप्ट शब्द से ही हई है. इसके बाद ये जर्मनी, फ्रांस, स्पेन आदि देशों में फैल गए.
जिप्सी जो भाषा बोलते हैं उसे रोमानी (Romany) कहते हैं. यह भाषा संस्कृत से काफी मिलती-जुलती है. जिप्सी देखने में आम लोगों से भिन्न दिखते हैं, इसलिए दूसरे लोग इन्हें पसंद नहीं करते हैं और इनसे डरते हैं. ये लोग सदियों से एक स्थान से दूसरे स्थान तक घूमते रहे हैं. अतः इनकी भाषा पर दूसरे देशों की भाषा का प्रभाव पड़ गया है. इसलिए इनकी भाषा खिचड़ी हो गई है.
जीविकोपार्जन के लिए जिप्सी लोग तरह-तरह के काम करते हैं. कुछ जिप्सी लकड़ी का काम करते हैं, तो कुछ बरतन बनाने का. ये लोग भूत, भविष्य की बातें बताने का भी धंधा करते हैं. इंग्लैण्ड में रहने वाले जिप्सी घोड़ों का व्यापार भी करते हैं. बहुत से जिप्सी अच्छे गायक होते हैं और बाद्य-यंत्र बजाना भी जानते हैं. यूगोस्लाविया के जिप्सी बारूद बनाने में माहिर हैं. स्पेन में रहने वाले जिप्सी नृत्य-कला में निपुण हैं. जिप्सी स्त्रियां जादू के खेल दिखाकर तथा भीख मांगकर पैसा कमाती हैं. वे भूत, भविष्य की बातें बताने का धंधा भी करती हैं. स्त्रियां पुरुषों की अपेक्षा अधिक धन कमा लेती हैं.